haunted story in hindi real-पुराना तालाब और रहस्मय साया
haunted story in hindi real
देसिकहानियाँ में हम हर दिन एक से बढ़कर एक अजब गजब कहानी व लेख प्रकाशित करते हैं। इसी कड़ी में हम आज “haunted story in hindi real ” प्रकाशि कर रहे हैं। आशा है ये आपको अच्छी लगेगी।
लेखक – अशफ़ाक
हमने बचपन में बहुत भूतों की कहानियां सुनी हैं, लेकिन कभी सामना नहीं हुआ था. जब मैं बड़ा हुआ तो एक बार मेरा सामना भूतों से हो ही गया और ये सामना इतना ज्यादा भयानक था कि मेरी जान जाते-जाते बच गई. आज मैं आपको अपना वो भयानक हादसा बताऊंगा, जिसने मेरे दिलों-दिमाग में बहुत ज्यादा असर किया.
मेरे पापा घर में सबसे बड़े थे और मेरे दादा जी की खेती थी, चाचा लोगों का पढ़ाई में मन नहीं लगता था, इसलिए वो लोग सिर्फ खेती किया करते थे और मेरे पापा पढ़ लिख कर नौकरी करते थे.
मेरा पूरा परिवार शहर में रहता था और बाकि के लोग गाँव में ही रहते थे. मेरा जन्म भी शहर में हुआ, गाँव हम अक्सर छुट्टियों में जाया करते थे. वहां का खुला-खुला सा माहौल और ताज़ी हवा बहुत अच्छी लगती थी. हर बार की तरह इस बार भी हम सब गर्मियों में अपने गाँव गए, लेकिन इस बार हम करीब चार साल के बाद जा रहे थे. जब हम गाँव पहुंचे तो सब कुछ बदल चूका था. नए-नए घर बन गए थे, दुकाने खुल गई थीं. अब यहाँ और भी ज्यादा अच्छा लगने लगा था.
एक दिन मैं अकेले घूमते-घूमते गाँव से थोड़ी दूर अपने पुराने तालाब की तरफ चला गया, लेकिन जैसे है मैं वहां पहुंचा, तो देखा कि वो तालाब तो बंद कर दिया गया था. मुझे ये देख कर बड़ा आजीब लगा, क्योंकि पहले यहाँ बहुत लोग हुआ करते थे और अब यहाँ कोई भी नहीं दिख रहा था. मैं वापस घर आ गया, और अपने दादा जी से इस बारे में पूछा. दादा जी बोले, “बेटा आज तो तू वहां चला गया, लेकिन अब कभी भी उस तरफ मत जाना, एक दिन उस तालाब में चार बच्चे डूब कर मर गया. इसके बाद से उस तालाब में कुछ आजीब-अजीब सी घटनाएँ होने लगीं. कुछ लोग गायब भी हो गए. इसलिए गाँव के लोगों से उस तालाब को हमेशा के लिए बंद कर दिया.” मुझे दादा जी की बातें थोड़ी अजीब सी लग रही थीं. फिर भी मैंने यकीन कर लिया.
अगले दिन मैं फिर घुमने निकला, आज मेरा मन बिल्कुल भी तालाब की तरफ जाने का नहीं था, पता नहीं मैं वहां कैसे पहुँच गया. जब मैं उस भुतहे तालाब के पास पहुंचा तो देखा एक बच्चा वहां नहा रहा है. सिर्फ वहां एक ब्च्चा ही था, पाता नहीं मुझे क्या हो गया था, मेरा वहां से जाने का मन ही नहीं कर रह था.
मैं कुछ देर वहीं बैठ गया. मेरे देखते ही देखते वो बच्चा तालाब में डूबने लगा, और वो मदद के लिए चिल्ला रहा था, मैं फौरन तालाब में कूद गया और उसे बचाने की कोशिश करने लगा. तभी मैंने देखा की वो बच्चा पानी के उपर चल रहा था, और जोर जोर से हंस रहा था. फिर आचानक से मुझे लगा कि कोई मुझे पानी के अंदर खीच रहा है. और मैं डूब रहा हूँ. मेरे मुहं से आवाज भी नहीं निकल रही थी. मुझे लग रहा था कि आज तो मैं मर ही जाऊंगा. तभी पता नहीं कौन आया और मुझे बचा लिया.
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बोतल में बंद भूत
इसके बाद मुझे घर में बहुत डांट पड़ी. इस हादसे के बाद से मैं फिर कभी भी नदी या तालाब के पास भी नहीं गया. और गाँव भी नहीं गया. अब उस तालाब को पुर दिया गया है. लेकिन आज भी वहां कुछ न कुछ आजीब होता ही रहता है.
मैं आशा करता हूँ की आपको ये “haunted story in hindi real” कहानी आपको अच्छी लगी होगी। कृपया इसे अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ फेसबुक और व्हाट्स ऍप पर ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। धन्यवाद्। ऐसी ही और कहानियों के लिए देसिकहानियाँ वेबसाइट पर घंटी का चिन्ह दबा कर सब्सक्राइब करें। इस कहानी का सर्वाधिकार मेरे पास सुरक्छित है। इसे किसी भी प्रकार से कॉपी करना दंडनीय होगा।